विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दिव्यांगजनों ने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की है। दिव्यांगजनों को सहानुभूति नही अपितु सहयोग की आवश्यकता है। हमारा यह कर्तव्य है कि हम उन्हें यह अनुभव कराएं कि वे भी समाज का एक महत्वपूर्ण अंग हैं।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि दिव्यांगजनों के हितों एवं उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इस हेतु 04 प्रतिशत आरक्षण की भी व्यवस्था की गई है। दिव्यांगों की सुविधा हेतु राज्य में विभिन्न चयन संस्थाओं द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले दिव्यांगजन अभ्यर्थियों हेतु सुविधा प्रदान किये जाने, परीक्षा केन्द्र बहुमंजिले भवन में होने की स्थिति में अभ्यर्थियों को भवन के भूतल स्थित कक्ष में ही सीट आवंटित किये जाने एवं परीक्षा केन्द्र जनपद मुख्यालयों में रेलवे स्टेशन अथवा बस स्टेशन के समीप बनाए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
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